Thursday, 25 December 2008

TERRORISM HAPPENS IN ABSENCE OF A WAY TO BLISSFULNESS....


आनंदवाद का अभाव है

आतंकवाद


ध्यान दें



ओशो सुनें



नृत्य और गीतों का धर्म


!
नाचती शान्ति - नाचता होश
!

धरती के हर



इन्सान में जगाते हैं ओशो

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