Thursday, 30 October 2008

WHO KILLED OSHO'...? WHAT ONE CAN...

OSHO NOW...


OSHO FLOWERS...


फूल खिलते हैं... दुनिया में मगर... मुश्किल से...







महाप्रस्थान के पथ पर महाआरंभ - ओशो




WHO KILLED OSHO'


?


WHY

!


आप आवाज़ दें ...
ओशो !
जवाब हम देगें...



अग्रभारती




SEE & SAY


HARIOM AGGRBHARTI
DHYAN POINT (INDIA)
PH - 09313539612 PH - 09315475945

ओशो ऑन दादू...



हाथ नही हैं और धनुष साधा हुआ है


धनुष नही है और तीर चढा हुआ है


तीर नही है और चोट लग रही है गहरे


निशाना ठीक बैठ रहा है...


ये परमात्मा के लिए कहा है


ओशो ऑन दादू

तुम जागे... मन सोया...



तुम जागे


मन सोया


तुम सोये


मन जागा

बुद्ध को समझने के लिए स्वयं के बुद्धत्व में उतरना जरूरी है...


तृष्णा को समझा तो बुद्ध को समझा

तृष्णा को समझ लेने से ही तृष्णा गिर जाती है

और फिर जो शेष रह जाता है वही बुद्धत्व है

बुद्ध को समझने के लिए गौतम बुद्ध को समझना जरुरी नही

बुद्ध को समझने के लिए स्वयं के बुद्धत्व में उतरना जरूरी है

REWIND & REVIEW YOUR ACTIONS...


WHAT ARE YOU DOING

OR

WHAT YOU HAVE DONE

FOR OR AGAINST

OSHO REVOLUTION

SEE & SAY


HARIOM AGGRBHARTI

DHYAN POINT (INDIA)

PH - 09313539612 PH - 09315475945

WHO IS IN...? ARE YOU...


WHO IS BREATHING IN YOU

!

ARE YOU

SEE & SAY


WHO IS WITH YOU
!

ARE YOU

SEE & SAY


WHO IS IN YOU

!

ARE YOU

SEE & SAY


HARIOM AGGRBHARTI

DHYAN POINT (INDIA)

PH - 09313539612 PH - 09315475945

जो चैतन्य को बढाते हैं... ओशो


आत्मा को तो केवल वे ही लोग जान पाते हैं

जो चैतन्य को बढाते हैं

इस तरह जियो कि तुम में राख इक्कठी ना हो

इस तरह जियो कि तुम्हारे भीतर का अंगारा जलता रहे

प्रकाशित हो

इस तरह जियो कि प्रतिक्षण तुम होश में रहो

बेहोश नही

TRANSCEND LOVE TO BE IN BUDDHAS...


जो संसार से ऊब गया

वही गुरु के पास आ सकेगा...

जो प्रेम से भी ऊब गया

वही गुरु के साथ जा सकेगा...

क्योंकि... प्रेम सब कुछ है

छल भी... चालाकी भी...

भ्रान्ति भी... क्रांति भी...

महाशुन्य भी... महाशान्ति भी...

BE BRIGHT IN THE LIGHT OF BUDDHAS...


बुद्धों की पुकार वही सुनता है

जो बुद्धों के दीये में जलता है

SEE & SAY


HARIOM AGGRBHARTI

DHYAN POINT (INDIA)

PH - 09313539612, PH - 09315475945

Monday, 27 October 2008

THOSE WHO LISTEN CALL OF OSHO...


सागर जैसे सरिता को बुलाता है

ऐसे ही मैंने तुम्हे पुकारा है

यही पुकार तुम्हारे प्राणों में गूंजी है

और गूँज सकी

क्योंकि वंहा सदा सदा से

उसकी प्रतीक्षा थी - प्यास थी

अब देर न करो

ऐसे भी बहुत देर हो चुकी है

ध्यान में उतरो

क्योंकि वहीँ और केवल वहीँ

मुझसे मिलन हो सकता है

और मुझसे ही नही

सबसे भी

और सबसे ही नही

स्वयं से भी

ओशो

आओ मेरे पास और मैं तुम्हें दूँगा... ओशो


आओ मेरे पास

और मैं तुम्हें दूँगा

भरपूर जीवन

ओशो ऑन जीसस

माँ रहस्य... ओशो भविष्य...

OSHO - THE MOTHER MYSTERY

माँ रहस्य...

ओशो भविष्य...

BEFORE WE LEAVE....GIFT THIS EARTH.....

MY LOVE...



OSHO LOVE WISHES






US






BEFORE WE LEAVE






TO GIFT THIS EARTH






OUR OWN






ENLIGHTENING DIWALI



HARIOM AGGRBHARTI


Monday, 20 October 2008

प्रेम से मनुष्य जिन्दा रहता है...

सत्य की आकांशा से ही मनुष्य जन्मता है...
प्रेम से मनुष्य जिन्दा रहता है...

कुछ नही पन है मेरा संदेश...


प्रार्थना है ब्रह्माण्ड से प्रेम...


ये हैं बुद्ध पुरूष ओशो

जो मनुष्य

सत्य में जीने का साहस...

ज्ञान... कला... धर्म... दिखाते हैं

एक को पाने के लिए एक ही काफी है... ओशो

ये हैं बुद्ध पुरूष ओशो



ये हैं बुद्ध पुरूष ओशो


जो अब 1996 से


हवाओं पर सवार हैं


इन्हें महसूस करें


बुद्ध पुरुषों पर ध्यान करना


सबसे गहरा ध्यान है

खोना हो... पाना हो... रहना हो... ओशो

ये हैं बुद्ध पुरूष ओशो...
लड़ना हो...
खोजना हो...
पाना हो...
खोना हो...
ऐसे और इनमें रह सकते हैं...

ये हैं बुद्ध पुरूष - ओशो - सुने... देखें... नाचे...

ये हैं बुद्ध पुरूष - ओशो
सुन सकते हैं तो सुने... ओशो

देख सकते हैं तो देखें... ओशो


ध्यान में डूब सकते हैं... डुबो


प्रेम में नहा सकते हैं... नहायें


नाच सकते हैं... नाचें

ओशो - आज भी कुछ के लिए नाम ही काफी है...

OSHO
MY LOVE

MY LIFE

MY DEATH

MY BIRTH

MY...

ओशो - आज भी कुछ के लिए नाम ही काफी है...

Sunday, 19 October 2008

WHO... HAVE YOU SEEN... HAVE YOU MET...

देखा क्या... कभी मिले...
कौन हैं ये... क्या ये ओशो हैं...
ये ओशो कौन हैं...
क्या ये सिर्फ़ इंसान हैं...
या कोई नाचते हुए भगवान् हैं... और ये...